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मौलिक ज्ञान

प्रत्येक व्यक्ति कुछ बातो का ज्ञान आवश्यक पता होना चाहिए
सभी का पता होगा-हमारे ४ वेदहै -१रिग्वेद २ यजुर्वेद ३ सामवेद ४ अथर्ववेद
इसके बाद चार उप वेद भी है -१-आयुर्वेद २ -धनुर्वेद -३ गांधर्ववेद -४अर्थ वेद यानि अर्थ शास्त्र
इसके बाद आता है वेदांग जो कुल संख्या में ६ होते है १- शिक्षा[ मन्त्र पढने के तरीके] २ कल्प [यग करने का तरीका ]३ निरूक्त[ वेद के शब्दों बन्ने के तरीके ]४ व्याकरण [शब्दों के प्रयोग करने का तरीका ]५ ज्योतिष [ग्रहों की चल जानने का तरीका ]६ छंद मंत्रो के बनाने के ढंग ]
इसके बाद आते है शास्त्रों पर जो संख्या में ६ होते है १- कपिल का संख्य २ पंतजली का योग ३ गोतम का न्याय ४ कणाद का वैशेषिक ५ जैमनी का पूर्व मिमंषा ६ कर्ष्ण देपयान -बादरायण व्यास का उत्तर मिमंषा
विधाये १४ है जो निम्न बत है चार वेद ६ शास्त्र १८ पुराण धर्म मिमंषा तर्क
और सम्र्तिया २८ है -जिसमे मनु स्म्रति याग्वल्क्य स्म्रति पराशर स्म्रति प्रशिध और मान्य है [कलयुग में पाराशर स्म्रत्ति मान्य है
और ७ नम्बर पर आता है ये -हमारे दो इतिहास है [बाल्मीकि का रामायण ]और व्यास का महाभारत ]
आज के अंक में इतनी ही जानकारी हम देते है शेष जानकारी अगले अंक में बात करेगे
पंडित ध्यान चन्द्र कुश ज्योतिषाचार्य
१५ फ उपरी मंजिल पालिका बाजार
अंसारी रोड मुज़फ्फर नगर
सम्पर्क सूत्र -९३१९४००७२१

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