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कर्क लग्न का रत्न धारण करने का एक विवेचन

कर्क लग्न का रत्न धारण करने का एक विवेचन
माणिक्य ---- सबसे पहले हम बात करते है माणिक्य की सूर्य धन भाव का स्वामी भी है और लग्नेश का मित्र भी है इस लग्न वालो को आँखों में बिमारी से और जीवन में धनाभाव से बचने के लिए माणिक्य धारण करना चाहिए यदि अधिक लाभ लेना चाहते है तो साथ में मोती भी धारण करे
मोती ----कर्क लग्न में चन्द्र लग्नेश है आप आ जीवन मोती धारण कर सकते है जो आप के स्वास्थ्य की रक्षा करेगा और आयु में भी इजाफा करेगा
मूंगा ----कर्क लग्न के लिए मंगल पंचम और दशम का स्वामी है योग कर्क ग्रह है इसको हमेशा के लिए धारण किया सकता है संतान सुख बुध्ही बल के लिए यश मान प्रतिष्ठा राज की क्रपा के लिए शुभ है
पन्ना -----आप के लिए की स्तिथि उचित नहीं है
पुखराज -----कर्क लग्न के लिए गुरु षष्ट नवं का मालिक है त्रिकोण का स्वामी गुरु इस लग्न के लिए शुभ ग्रह माना गया है मुंगे के साथ पीला पुखराज धारण करे तो अधिक लाभ की स्तिथि आ सकती है
हीरा --आप के लिए हीरा अशुभ है शुक्र की व्यवस्था इस लग्न में उचित नहि है दुरी बनाये तो बेहतर होगा
नीलम ----कर्क लग्न के लिए शनि मारक है नीलम धारण करना अशुभ कर्क रहेगा
अधिक जानकारी के लिए आप हम से सम्पर्क करे सम्पर्क सूत्र -९३१९४००७२१
पंडित ध्यान चन्द्र कुश ज्योतिषाचार्य
कुश ज्योतिष अनुसंधान संसथान
१५ फ उपरी मंजिल पालिका बाजार
मुज़फ्फर नगर

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